- 2 नवंबर 2020 के दिन मिशन सागर द्वितीय के तहत भारतीय नौसेना जहाज एरावत पोर्ट सुडान पहुंचा।
- इस सफर के दरमियान जब भारतीय नौसेना जहाज एरावत सुदान पहुंचा सुदान को 100 टन खाद्य सहायता पहुंचाई। यह सहायता मिशन सागर नीतियां के तहत भारत की तरफ से की जाने वाली सहायता का एक हिस्सा था।
- इस मिशन के तहत भारत अपने जैसे अनुकूल विदेशी देशों को सहायता प्रदान कर रहा है। इस सहायता प्रदान करने का मुख्य उद्देश्य कोविड-19 महामारी और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से उभरने में अन्य विदेशी देशों की मदद करना है।
- भारतीय नौसेना जहाज एरावत मिशन सागर के द्वितीय चरण के अंतर्गत सूडान देश के अलावा वह जिबूती, दक्षिण सूडान और इरिट्रिया को भोजन सहायता पहुंचाने में मदद करेगा।
- इस मिशन को भारत के रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय द्वारा संयुक्त रुप से कार्यान्वित किया जा रहा है।
- इससे पहले मिशन सागर के पहले चरण के अंतर्गत भारतीय नौसेना जहाज केसरी की तैनाती की गई थी। भारतीय नौसेना जहाज केसरी का उपयोग कोमोरोस, मेडागास्कर, सेशेल्स, मोरिशियस और मालवीय सहित के देशों को भोजन की सहायता और दवाई प्रदान करने के लिए किया गया था।
मिशन सागर के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी:
SAGAR: द सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फ़ॉर ऑल इन द रीजीअन
- हिंद महासागर के क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने के लिए और विकास करने के लिए इस मिशन को शुरू किया गया था। मिशन सागर को 2015 में लॉन्च किया गया था।
- हिंद महासागर के तटीय क्षेत्र पर आए हुए देशों को आर्थिक सहायता और सुरक्षा प्रदान करने के लिए भारत ने अपने समुद्री पड़ोसी कई सारी अलग-अलग रूप से सहायता की।
- इस मिशन की मदद से भारत हिंद महासागर क्षेत्र में राष्ट्रीय हितों की रक्षा करना चाहता है और इसे सुनिश्चित करने के लिए हिंद महासागर क्षेत्र के सहयोगी देशों को मदद करना भी इस मिशन का एक पहलू है।
- मिशन सागर बहुत ही महत्वपूर्ण मिश्रण है क्योंकि यह मिशन प्रोजेक्ट सागरमाला, प्रोजेक्ट मौसम, एक्ट ईस्ट पॉलिसी और ब्लू इकोनामी पर फोकस करने वाले सभी पॉलिसी का पालन करता है।
प्रोजेक्ट सागरमाला के बारे में सामान्य जानकारी:
- इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत भारतीय तटों के आस पास आए हुए बंदरगाहों को विकसित किया जाएगा।
- देश की 7500 किलोमीटर लंबी समुद्र तट पर बंदरगाह के नेतृत्व वाले विकास को बढ़ावा देना इस प्रोजेक्ट का महत्वपूर्ण लक्ष्य है।
- इसके अलावा इस प्रोजेक्ट के तहत अंतर्देशीय जलमार्ग, सड़क मार्ग, रेल मार्ग और तटीय सेवाओं का विस्तार भारत के शिपिंग मंत्रालय के अंडर में किया जाएगा।
प्रोजेक्ट मौसम के बारे में सामान्य जानकारी:
- प्रोजेक्ट मौसम एक सांस्कृतिक और आर्थिक परियोजना है जिसे भारत की संस्कृति मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा चलाया जा रहा है।
- परियोजना समुद्री और आर्थिक कनेक्शन के लिए कार्य करेगा जिसमें महासागर सीमा से लगे हुए तकरीबन 39 देशों को जोड़ने के उद्देश्य इस प्रोजेक्ट को लागू किया गया है।
- यह प्रोजेक्ट की मदद से देशों के बीच आर्थिक सांस्कृतिक और धार्मिक चीजों को दर्ज करने के लिए ऐतिहासिक और पुरातात्विक शोधकर्ताओं को साथ लाने का कार्य करता है।
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